पढो-सुनो-गर्व करो अपने गुमनाम गौरवशाली इतिहास को
हमारा गुमनाम गौरवशाली इतिहास ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ दोस्तों, भारत के इतिहास को तोडा मरोड़ा गया और कोई सवाल उठाने वाला नहीं था। इतना बड़ा झूठ बोला, सुनाया और पढ़ाया गया। ऐसी मक्कारी, बेईमानी क्यों और कैसे हुई...? किसके इशारों पर हुई...? जिस देश को अपने इतिहास में भी भ्रष्टता स्वीकार हो वह कभी वास्तविक तरक्की नहीं कर सकता और ना ही ऊँची या मौलिक सोच रख सकता है, ऐसा मेरा मानना हैं। मगर फिर भी दिल तो यही कहता हैं.... अपना भारत वो भारत हैं, जिसके पीछे संसार चला, संसार चला और आगे बढ़ा। भगवान करें भारत बढ़े और आगे बढ़े, बढ़ता ही रहे और फूले-फले। हिंदुस्तान के हजारों नहीं लाखों वर्षों के स्वर्णिम इतिहास को अँधेरे में रखकर पिछले कुछ अध्याय ही पढ़ाना, वह भी केवल आक्रमण कर्ताओं और हिन्दुओं, सिखों आदि अन्य सभी भारतवासियों पर अत्याचार करने व जबरदस्ती उनका धर्म परिवर्तन कराने वाले उन जालिमों को महान सिद्ध करना बहुत ही दुःख और शर्म का कारण है। कृपया अपने पुराने कांग्रेसी शिक्षा बोर्ड और मंत्रिओं को पूछें की ऐसा क्यों हैं..? बाबर ने मुश्किल से कोई 4 वर्ष तक राज किया। हुमायूं को कभी टिक कर राज नहीं...