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Showing posts from December, 2018

अमर शहीद ऊधम सिंह

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अमर शहीद ऊधम सिंह ~~~~~~~~~~~~ हाथी की तरह भारतीय भी अपने दुश्मन को कभी नहीं भूलते और पलट कर वार करते हैं, 20 साल बाद भी| 1940 में जर्मन रेडियो द्वारा किया गया ये प्रसारण आज भी गर्व से भर देता है हम भारतीयों को और गर्व प्रदान करने वाले इस वाक्य के पीछे था, अमर शहीद उधम सिंह द्वारा जलियांवाला बाग़ के खलनायक से लगभग 20 वर्षों बाद लिया गया बदला, जिन्होंने खुली चुनौती देकर और दुश्मन को उसी के घर में घुसकर मारने के बाद बहादुर शाह जफ़र के उस वाक्य को साकार कर दिया था कि तख़्त-ए-लन्दन तक चलेगी तेग हिन्दुस्तान की और जिनके इस साहस ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था। आज उन्हीं अमर शहीद ऊधम सिंह का जन्मदिवस है जिनकी गणना देश के प्रथम पंक्ति के बलिदानियों में होती है और माँ भारती के प्रति जिनकी भक्त अनुपम एवं प्रेरणीय है| शहीद उधम सिंह का जन्म 26 दिसंबर 1899 में पंजाब के संगरूर ज़िले के सुनाम गाँव के मोहल्ला रायपुरिया में श्री टहल सिंह और नरायण कौर के द्वितीय पुत्र के रूप में हुआ था। उनके बचपन का नाम था शेरसिंह और उनके बड़े भाई का नाम मुक्ता सिंह। परिवार की छोटी सी खेती बाड़ी थी। शहीद ऊ

महाराजा सुहेलदेव जी

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महाराजा सुहेलदेव जी ~~~~~~~~~~~ ग्यारवी सदी के प्रारंभिक काल मे भारत मे एक घटना घटी जिसके नायक श्रावस्ती सम्राट वीर सुहलदेव राजभर थे ! राष्ट्रवादियों पर लिखा हुआ कोई भी साहित्य तब तक पूर्ण नहीं कहलाएगा जब तक उसमे राष्ट्रवीर श्रावस्ती सम्राट वीर सुहलदेव राजभर की वीर गाथा शामिल न हो ! कहानियों के अनुसार वह सुहलदेव, सकर्देव, सुहिर्दाध्वाज राय, सुहृद देव, सुह्रिदिल, सुसज, शहर्देव, सहर्देव, सुहाह्ल्देव, सुहिल्देव और सुहेलदेव जैसे कई नामों से जाने जाते है ! श्रावस्ती सम्राट वीर सुहलदेव राजभर का जन्म बसंत पंचमी सन् १००९ ई. मे हुआ था ! इनके पिता का नाम बिहारिमल एवं माता का नाम जयलक्ष्मी था ! सुहलदेव राजभर के तीन भाई और एक बहन थी बिहारिमल के संतानों का विवरण इस प्रकार है ! १. सुहलदेव २. रुद्र्मल ३. बागमल ४. सहारमल या भूराय्देव तथा पुत्री अंबे देवी ! सुहलदेवराजभर की शिक्षा-दीक्षा योग्य गुरुजनों के बिच संपन्न हुई ! अपने पिता बिहारिमल एवं राज्य के योग्य युद्ध कौशल विज्ञो की देखरेख मे सुहलदेवराजभर ने युद्ध कौशल, घुड़सवारी, आदि की शिक्षा ली ! सुहलदेव राजभर की बहुमुखी प्रतिभा एवं लोकप्रियता को देख