मेवाड़ के दो कोहिनूर गौरा और बादल
मेवाड़ के दो कोहिनूर गौरा और बादल ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ 🌺🥀🌹🙏🌷🪷💐 तुम भूल ना जाओ उनको, इसलिए लिखी ये कहानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी... 🌺🥀🌹🙏🌷🪷💐 #चितौड़गढ़ के पहले #जौहर की वीरांगनाओं और महारानी पद्मावती जी को याद करने के साथ साथ हमें #मेवाड़ के 2 कोहीनूर ( #गोरा - #बादल) को भी याद करना चाहिए। इन्ही दो परमवीरो के ऊपर, उस इतिहास को दर्शाती कुछ लाइनें लिख रही हूँ, जो मेवाड़ के राजकवि पण्डित नरेंद्र मिश्र जी द्वारा लिखी गयी है.... 🚩🚩🚩 जय श्री राम 🚩🚩🚩 दोहराती हूँ सुनो रक्त से लिखी हुई कुर्बानी जिसके कारण मिट्टी भी चन्दन है राजस्थानी... रावल रत्न सिंह को छल से कैद किया खिलजी ने कालजई मित्रों से मिलकर दगा किया खिलजी ने खिलजी का चित्तौड़ दुर्ग में एक संदेशा आया जिसको सुनकर शक्ति शौर्य पर फिर अँधियारा छाया दस दिन के भीतर ना पद्मिनी का डोला यदि आया यदि ना रूप की रानी को तुमने दिल्ली पहुँचाया तो फिर राणा रत्न सिंह का शीश कटा पाओगे शाही शर्त ना मानी तो पीछे पछताओगे यह दारुण संवाद लहर सा दौड़ गया रण भर में यह बिजली की तरह क्षितिज से फैल गया अम्बर में महा...