स्वामीभक्त 'शुभ्रक'
स्वामीभक्त 'शुभ्रक' ~~~~~~~~~~ *कुतुबुद्दीन घोड़े से गिर कर मरा,* यह तो सब जानते हैं, *लेकिन कैसे?* यह आज हम आपको बताएंगे.. वो वीर महाराणा प्रताप जी का 'चेतक' सबको याद है, लेकिन 'शुभ्रक' नहीं! तो मित्रो आज सुनिए *कहानी 'शुभ्रक' की......* मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने उदयपुर पर आक्रमण कर राजपूताना में जम कर कहर बरपाया, और *उदयपुर के 'राजकुंवर कर्णसिंह' को बंदी बनाकर लाहौर ले गया।* *कुंवर कर्णसिंह का 'शुभ्रक' नामक एक स्वामिभक्त घोड़ा था,* जो कुतुबुद्दीन को पसंद आ गया और वो उसे भी अपने साथ ले गया। एक दिन कैद से भागने के प्रयास में कुँवर सा को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई गई.. और सजा देने के लिए उन्हें 'जन्नत बाग' में लाया गया। यह तय हुआ कि *राजकुंवर कर्णसिंह का सिर काटकर उससे 'पोलो' (उस समय उस खेल का नाम और खेलने का तरीका कुछ और ही था) की तरह खेला जाएगा..* . कुतुबुद्दीन ख़ुद कुँवर सा के ही घोड़े 'शुभ्रक' पर सवार होकर अपनी खिलाड़ी टोली के साथ 'जन्नत बाग' में आया। 'शुभ्रक' ने जैसे ही कैदी अवस्था ...