संविधान दिवस 50वां एपिसोड मन की बात


"मन की बात"
50वां एपिसोड
दिनांक : 25-11-2018

हमारे महान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा संविधान दिवस के बारे की गई उनके 'मन की बात' .....

मेरे प्यारे देशवासियो, 
नमस्कार |

3 अक्टूबर, 2014 विजयादशमी का पावन पर्व | ‘मन की बात’ के माध्यम से हम सबने एक साथ, एक यात्रा का प्रारम्भ किया था | ‘मन की बात’, इस यात्रा के आज 50 एपिसोड पूरे हो गए हैं | इस तरह आज ये Golden Jubilee Episode स्वर्णिम एपिसोड है | इस बार आपके जो पत्र और फ़ोन आये हैं, अधिकतर वे इस 50 एपिसोड के सन्दर्भ में ही हैं |

हाँ, कल ‘संविधान दिवस’ है | उन महान विभूतियों को याद करने का दिन जिन्होंने हमारा संविधान बनाया | 26 नवम्बर, 1949 को हमारे संविधान को अपनाया गया था | संविधान draft करने के इस ऐतिहासिक कार्य को पूरा करने में संविधान सभा को 2 वर्ष, 11 महीने और 17 दिन लगे | कल्पना कीजिये 3 वर्ष के भीतर ही इन महान विभूतियों ने हमें इतना व्यापक और विस्तृत संविधान दिया | इन्होंने जिस असाधारण गति से संविधान का निर्माण किया वो आज भी time management और productivity का एक उदाहरण है | ये हमें भी अपने दायित्वों को record समय में पूरा करने के लिए प्रेरित करता है | संविधान सभा देश की महान प्रतिभाओं का संगम थी, उनमें से हर कोई अपने देश को एक ऐसा संविधान देने के लिए प्रतिबद्ध था जिससे भारत के लोग सशक्त हों, ग़रीब से ग़रीब व्यक्ति भी समर्थ बने |

हमारे संविधान में खास बात यही है कि अधिकार और कर्तव्य यानी Rights and Duties, इसके बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है | नागरिक के जीवन में इन्हीं दोनों का तालमेल देश को आगे ले जाएगा | अगर हम दूसरों के अधिकार का सम्मान करेंगे तो हमारे अधिकारों की रक्षा अपने आप हो जायेगी और इसी तरह अगर हम संविधान में दिए अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे तो भी हमारे अधिकारों की रक्षा अपने आप हो जायेगी | मुझे अभी भी याद है 2010 में जब भारत के गणतंत्र को 60 साल हुए थे तब गुजरात में हमने हाथी पर रख कर संविधान की शोभा-यात्रा निकाली थी | युवाओं में संविधान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए और उन्हें संविधान के पहलुओं से जोड़ने के लिए ये एक यादगार प्रसंग था | वर्ष 2020 में एक गणतंत्र के रूप में हम 70 साल पूरे करेंगे और 2022 में हमारी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे हो जायेंगे |

आइये, हम सभी अपने संविधान के मूल्यों को आगे बढ़ाएँ और अपने देश में Peace, Progression, Prosperity यानी शांति, उन्नति और समृद्धि को सुनिश्चित करें |

मेरे प्यारे देशवासियो, संविधान सभा के बारे में बात करते हुए उस महापुरुष का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता जो संविधान सभा के केंद्र में रहे | ये महापुरुष थे पूजनीय डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर | 6 दिसम्बर को उनका महा-परिनिर्वाण दिवस है | मैं सभी देशवासियों की ओर से बाबा साहब को नमन् करता हूँ जिन्होंने करोड़ों भारतीयों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया | लोकतंत्र बाबा साहब के स्वभाव में रचा-बसा था और वो कहते थे कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्य कहीं बाहर से नहीं आए हैं | गणतंत्र क्या होता है और संसदीय व्यवस्था क्या होती है - ये भारत के लिए कोई नई बात नहीं है | संविधान सभा में उन्होंने एक बहुत भावुक अपील की थी कि इतने संघर्ष के बाद मिली स्वतंत्रता की रक्षा हमें अपने खून की आखिरी बूँद तक करनी है | वे यह भी कहते थे कि हम भारतीय भले ही अलग-अलग background के हों लेकिन हमें सभी चीज़ों से ऊपर देशहित को रखना होगा | India First - डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर का यही मूलमंत्र था | एक बार फिर पूज्य बाबा साहब को विनम्र श्रद्धांजलि |

मेरे प्यारे देशवासियो, 50 episode के बाद हम फिर एक बार मिलेंगे अगले ‘मन की बात’ में और मुझे विश्वास है कि आज ‘मन की बात’ के इस कार्यक्रम के पीछे की भावनाओं को मुझे पहली बार आपके समक्ष कहने का मौका मिला क्योंकि आप लोगों ने ऐसे ही सवाल पूछे लेकिन हमारी यात्रा जारी रहेगी | आपका साथ जितना ज्यादा जुड़ेगा, उतनी यात्रा हमारी और गहरी होगी और हर किसी को संतोष देनेवाली मिलेगी | कभी-कभी लोगों के मन में सवाल उठता है कि ‘मन की बात’ से मुझे क्या मिला ? मैं आज कहना चाहूँगा कि ‘मन की बात’ के जो feedback आते हैं, उसमें एक बात जो मेरे मन को बहुत छू जाती है | अधिकतम लोगों ने ये कहा कि जब हम परिवार के सब लोगों के साथ बैठकर के ‘मन की बात’ सुनते हैं तो ऐसे लगता है कि हमारे परिवार का मुखिया हमारे बीच में बैठ करके हमारी अपनी ही बातों को हमारे साथ share कर रहा है | जब ये बात मैंने व्यापक रूप से सुनी मुझे बहुत संतोष हुआ कि मैं आपका हूँ, आप में से ही हूँ, आपके बीच हूँ, आप ही ने मुझे बड़ा बनाया है और एक प्रकार से मैं भी आपके परिवार के सदस्य के रूप में ही ‘मन की बात’ के माध्यम से बार-बार आता रहूँगा, आपसे जुड़ता रहूँगा |

आपके सुख-दुःख, मेरे सुख-दुःख | आपकी आकांक्षा, मेरी आकांक्षा | आपकी महत्वाकांक्षा, मेरी महत्वाकांक्षा |

आइये, इस यात्रा को हम और आगे बढ़ाएँ |
बहुत-बहुत धन्यवाद |

🇮🇳🇮🇳 #Our_Great_PM 🇮🇳🇮🇳
🙏🙏
#VijetaMalikBJP

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