भारतीय सेना की '21 डॉग यूनिट' की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर 'केंट'
भारतीय सेना की '21 डॉग यूनिट' की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर 'केंट'
जम्मू और कश्मीर: चरमपंथी हमले में मारे गए भारतीय सेना के कुत्ते केंट की कहानी....
मंगलवार को राजौरी ज़िले के नारला इलाके में चरमपंथियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान अपने संचालक को पाकिस्तानी समर्थक चरमपंथियों से बचाते हुए केंट की मौत हो गई थी।
केंट दरअसल में चरमपंथियों की तलाश कर रही सैनिकों की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रही थी और इसी दौरान चरमपंथियों की गोलीबारी में उसकी मौत हुई।
इसके बारे में रक्षा मंत्रालय के जम्मू स्थित प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया, "भारतीय सेना की '21 आर्मी डॉग यूनिट' की ट्रैकर डॉग केंट राजौरी में ऑपरेशन सुजालिगला में सबसे आगे थी। भाग रहे चरमपंथियों की तलाश में सैनिकों की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रही थी और पीछा करने के दौरान, यह भारी गोलीबारी की चपेट में आ गई। अपने हैंडलर (संचालक) की रक्षा करते हुए उसने भारतीय सेना की सर्वोत्तम परंपराओं का पालन करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया।"
केंट के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में सेना के जवान शामिल हुए हैं और उसे भावभीनी विदाई दी।
इस बीच नगरोटा स्थित व्हाइट नाइट कोर के अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट में सेना के जवान राइफ़लमैन रवि को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "व्हाइट नाइट कोर भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में ऑपरेशन सुजालिगला के दौरान राइफ़लमैन रवि के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करती है. हमारे राष्ट्र के प्रति उनके अटूट समर्पण और सेवा को हमेशा याद किया जाएगा।"
सोमवार देर रात को राजौरी के नारला इलाके में ऑपरेशन शुरू होने के तुरंत बाद, 21 आर्मी डॉग यूनिट के खोजी कुत्तों को सैनिकों की सहायता के लिए मुठभेड़ स्थल पर तैनात किया गया था।
जम्मू स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, "केंट हाल ही मैं दो हफ्ते का ट्रेनिंग कोर्स अटेंड करने के बाद ड्यूटी पर तैनात हुई थी।"
केंट ने 16 अगस्त से 31 अगस्त, 2023 के बीच दो हफ़्ते की ट्रेनिंग कर एक सितंबर को अपनी यूनिट में ड्यूटी ज्वॉइन की थी।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक केंट का जन्म 23 अक्टूबर, 2016 को हुआ था और 23 मई, 2018 को केंट ने आर्मी ज्वॉइन की थी।
केंट ट्रैकर डॉग की कैटेगरी में शामिल थी और 30 दिसंबर, 2022 से वो ऑपरेशन ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
पिछले नौ महीनों के दौरान केंट लगभग आधा दर्जन ऑपरेशंस में भाग ले चुकी थी।
जम्मू में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार 27 जनवरी, 2023 को केंट को सर्च ऑपरेशन की ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
इस के बाद उसने अपने संचालक के साथ मिलकर 3 फ़रवरी के दिन चलाए गए सर्च ऑपरेशन में भी हिस्सा लिया था।
चार अप्रैल को केंट को एक चोरी का मामला सुलझाने के लिए ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी केंट की वीरता और बलिदान को सलाम करते हुए बड़ी संख्या में लोग प्रशंसा कर रहे हैं और कर्तव्य की पंक्ति में उनके द्वारा किये गए बलिदान की सराहना की।
जब जानवर कोई इंसान को मारे,
कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे,
एक जानवर की जान आज इंसानों ने ली है,
चुप क्यों है संसार, खुश रहना मेरे यार...
💐💐💐💐
🙏🙏
#VijetaMalikBJP
#HamaraAppNaMoApp
जम्मू और कश्मीर: चरमपंथी हमले में मारे गए भारतीय सेना के कुत्ते केंट की कहानी....
मंगलवार को राजौरी ज़िले के नारला इलाके में चरमपंथियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान अपने संचालक को पाकिस्तानी समर्थक चरमपंथियों से बचाते हुए केंट की मौत हो गई थी।
केंट दरअसल में चरमपंथियों की तलाश कर रही सैनिकों की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रही थी और इसी दौरान चरमपंथियों की गोलीबारी में उसकी मौत हुई।
इसके बारे में रक्षा मंत्रालय के जम्मू स्थित प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया, "भारतीय सेना की '21 आर्मी डॉग यूनिट' की ट्रैकर डॉग केंट राजौरी में ऑपरेशन सुजालिगला में सबसे आगे थी। भाग रहे चरमपंथियों की तलाश में सैनिकों की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रही थी और पीछा करने के दौरान, यह भारी गोलीबारी की चपेट में आ गई। अपने हैंडलर (संचालक) की रक्षा करते हुए उसने भारतीय सेना की सर्वोत्तम परंपराओं का पालन करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया।"
केंट के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में सेना के जवान शामिल हुए हैं और उसे भावभीनी विदाई दी।
इस बीच नगरोटा स्थित व्हाइट नाइट कोर के अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट में सेना के जवान राइफ़लमैन रवि को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "व्हाइट नाइट कोर भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में ऑपरेशन सुजालिगला के दौरान राइफ़लमैन रवि के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करती है. हमारे राष्ट्र के प्रति उनके अटूट समर्पण और सेवा को हमेशा याद किया जाएगा।"
सोमवार देर रात को राजौरी के नारला इलाके में ऑपरेशन शुरू होने के तुरंत बाद, 21 आर्मी डॉग यूनिट के खोजी कुत्तों को सैनिकों की सहायता के लिए मुठभेड़ स्थल पर तैनात किया गया था।
जम्मू स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, "केंट हाल ही मैं दो हफ्ते का ट्रेनिंग कोर्स अटेंड करने के बाद ड्यूटी पर तैनात हुई थी।"
केंट ने 16 अगस्त से 31 अगस्त, 2023 के बीच दो हफ़्ते की ट्रेनिंग कर एक सितंबर को अपनी यूनिट में ड्यूटी ज्वॉइन की थी।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक केंट का जन्म 23 अक्टूबर, 2016 को हुआ था और 23 मई, 2018 को केंट ने आर्मी ज्वॉइन की थी।
केंट ट्रैकर डॉग की कैटेगरी में शामिल थी और 30 दिसंबर, 2022 से वो ऑपरेशन ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
पिछले नौ महीनों के दौरान केंट लगभग आधा दर्जन ऑपरेशंस में भाग ले चुकी थी।
जम्मू में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार 27 जनवरी, 2023 को केंट को सर्च ऑपरेशन की ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
इस के बाद उसने अपने संचालक के साथ मिलकर 3 फ़रवरी के दिन चलाए गए सर्च ऑपरेशन में भी हिस्सा लिया था।
चार अप्रैल को केंट को एक चोरी का मामला सुलझाने के लिए ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी केंट की वीरता और बलिदान को सलाम करते हुए बड़ी संख्या में लोग प्रशंसा कर रहे हैं और कर्तव्य की पंक्ति में उनके द्वारा किये गए बलिदान की सराहना की।
जब जानवर कोई इंसान को मारे,
कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे,
एक जानवर की जान आज इंसानों ने ली है,
चुप क्यों है संसार, खुश रहना मेरे यार...
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