चौधरी दारा सिंह जी
विश्व प्रसिद्ध धारावाहिक ‘रामायण’ में प्रभु श्री राम जी के अनन्य सेवक श्री हनुमान जी का जीवंत अभिनय करने वाले अभिनेता एवं लोकप्रिय पहलवान ‘रुस्तम-ए-हिन्द’, अखिल भारतीय जाट महासभा के पूर्व अध्यक्ष स्व. चौ.दारा सिंह जी रंधावा जी की पुण्यतिथि पर उन्हेंकोटि कोटि नमन 🙏🙏💐💐
चौधरी दारा सिंह जी का जन्म 19 नवम्बर 1928 गाँव धरमूचक, अमृतसर पंजाब में श्रीमती बलवन्त कौर और श्री सूरत सिंह रन्धावा के यहाँ हुआ था।
आप अपने जमाने के विश्व प्रसिद्ध फ्रीस्टाइल पहलवान रहे।
चौ. दारा सिंह ने 1959 में पूर्व विश्व चैम्पियन जार्ज गारडियान्का को पराजित करके कामनवेल्थ की विश्व चैम्पियनशिप जीती थी।
आप 1968 में वे अमरीका के विश्व चैम्पियन लाऊ थेज को पराजित कर फ्रीस्टाइल कुश्ती के विश्व चैम्पियन बन गये। उन्होंने पचपन वर्ष की आयु तक पहलवानी की।
आप आजीवन 500 कुश्तियों के अपराजित यौद्धा 53 इंच सीने वाले मर्द महान बलशाली जाट समाज की शान।
आपने 1983 में अपने जीवन का अन्तिम मुकाबला जीतने के पश्चात कुश्ती से सम्मानपूर्वक संन्यास ले लिया।
उन्नीस सौ साठ के दशक में पूरे भारत में उनकी फ्री स्टाइल कुश्तियों का बोलबाला रहा।
बाद में उन्होंने अपने समय की मशहूर अदाकारा मुमताज के साथ हिन्दी की स्टंट फ़िल्मों में प्रवेश किया।
दारा सिंह ने कई फिल्मों में अभिनय के अतिरिक्त निर्देशन व लेखन भी किया।
उन्हें टी० वी० धारावाहिक रामायण में हनुमान के अभिनय से अपार लोकप्रियता मिली।
उन्होंने अपनी आत्मकथा मूलत: पंजाबी में लिखी थी, जो 1993 में हिन्दी में भी प्रकाशित हुई।
उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया। वे अगस्त 2003 से अगस्त 2009 तक पूरे छ: वर्ष राज्य सभा के सांसद रहे।
घणा दारा सिंह ना बने .....
आमजनमानस में मशहूर हुई बात ....
पहलवान शब्द का पर्यावाची बने ....
12 जुलाई 2012 को आपका निधन हो गया।
ऐसी महान शख्सियत रुस्तम- ए-हिंद की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन।
#Rustam_e_Hind
#DaraSingh
🌺🌺🙏🙏💐💐
👏👏
#VijetaMalikBJP
चौधरी दारा सिंह जी का जन्म 19 नवम्बर 1928 गाँव धरमूचक, अमृतसर पंजाब में श्रीमती बलवन्त कौर और श्री सूरत सिंह रन्धावा के यहाँ हुआ था।
आप अपने जमाने के विश्व प्रसिद्ध फ्रीस्टाइल पहलवान रहे।
चौ. दारा सिंह ने 1959 में पूर्व विश्व चैम्पियन जार्ज गारडियान्का को पराजित करके कामनवेल्थ की विश्व चैम्पियनशिप जीती थी।
आप 1968 में वे अमरीका के विश्व चैम्पियन लाऊ थेज को पराजित कर फ्रीस्टाइल कुश्ती के विश्व चैम्पियन बन गये। उन्होंने पचपन वर्ष की आयु तक पहलवानी की।
आप आजीवन 500 कुश्तियों के अपराजित यौद्धा 53 इंच सीने वाले मर्द महान बलशाली जाट समाज की शान।
आपने 1983 में अपने जीवन का अन्तिम मुकाबला जीतने के पश्चात कुश्ती से सम्मानपूर्वक संन्यास ले लिया।
उन्नीस सौ साठ के दशक में पूरे भारत में उनकी फ्री स्टाइल कुश्तियों का बोलबाला रहा।
बाद में उन्होंने अपने समय की मशहूर अदाकारा मुमताज के साथ हिन्दी की स्टंट फ़िल्मों में प्रवेश किया।
दारा सिंह ने कई फिल्मों में अभिनय के अतिरिक्त निर्देशन व लेखन भी किया।
उन्हें टी० वी० धारावाहिक रामायण में हनुमान के अभिनय से अपार लोकप्रियता मिली।
उन्होंने अपनी आत्मकथा मूलत: पंजाबी में लिखी थी, जो 1993 में हिन्दी में भी प्रकाशित हुई।
उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया। वे अगस्त 2003 से अगस्त 2009 तक पूरे छ: वर्ष राज्य सभा के सांसद रहे।
घणा दारा सिंह ना बने .....
आमजनमानस में मशहूर हुई बात ....
पहलवान शब्द का पर्यावाची बने ....
12 जुलाई 2012 को आपका निधन हो गया।
ऐसी महान शख्सियत रुस्तम- ए-हिंद की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन।
#Rustam_e_Hind
#DaraSingh
🌺🌺🙏🙏💐💐
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#VijetaMalikBJP