कोटली के अमर बलिदानी स्वंयसेवक
कोटली के अमर बलिदानी स्वंयसेवक ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ 27 नवम्बर / इतिहास की स्मृति ★ तुम भूल ना जाओ उनको, इसलिए लिखी ये कहानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी... ★ नई दिल्ली.... ‘हस के लिया है पाकिस्तान, लड़ के लेंगे हिन्दुस्तान’ ..... की पूर्ति के लिए नवनिर्मित पाकिस्तान ने वर्ष 1947 में ही कश्मीर पर हमला कर दिया था। देश की रक्षा के दीवाने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने उनका प्रबल प्रतिकार किया। उन्होंने भारतीय सेना, शासन तथा जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरिसिंह को इन षड्यन्त्रों की समय पर सूचना दी। इस गाथा का एक अमर अध्याय 27 नवम्बर, 1948 को कोटली में लिखा गया, जो इस समय पाक अधिकृत कश्मीर में है। नए बने पाकिस्तान ने वर्ष 1947 में कश्मीर पर कब्जा करने के लिए कश्मीर पर हमला कर दिया था। देश की रक्षा के लिए भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान को मुहँ तोड़ जवाब देना शुरू कर दिया। युद्ध के समय भारतीय वायुयानों द्वारा फेंकी गयी गोला-बारूद की कुछ पेटियां गलती से शत्रु सेना क्षेत्र में जा गिरीं थीं। उन्हें उठाकर लाने में बहुत बड़ा जोखिम था। वहां नियुक्त कमांडर अपने...