गुरु नानक देव जी
गुरू नानक देव जी सिखों के प्रथम गुरु हैं। इनके अनुयायी इन्हें गुरु नानक, गुरु नानक देव जी, बाबा नानक और नानकशाह नामों से भी संबोधित करते हैं। बाबा नानक जी के महाप्रयाण दिवस पर उन्हें शत-शत नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि🙏
उनकी अगर एक भी बात हमने अपना ली, तो जीवन कामयाब है...
जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल...
गुरु नानक देव जी
~~~~~~~~~~
नानक वाणी
आदि गुरु गुरु नानक जी के अनुसार परमात्मा एक, अनन्त, सर्वशक्तिमान, सत्य, कर्त्ता, निर्भय, निर्वर, अयोनि, स्वयंभू है। गुरु नानक की वाणी भक्ति, ज्ञान और वैराग्य से ओत-प्रोत है। उनकी वाणी में यत्र-तत्र तत्कालीन राजनीतिक, धार्मिक एवं सामाजिक स्थिति की मनोहर झाँकी मिलती है, जिसमें उनकी असाधारण देश-भक्ति और राष्ट्र-प्रेम परिलक्षित होता है। गुरुनानक देव जी द्वारा अपने अनुयायियों को दी गई शिक्षाएँ - ईश्वर एक है। सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करो। ईश्वर सब जगह और प्राणी मात्र में मौजूद है। ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नहीं रहता।
ईमानदारी से और मेहनत कर के उदरपूर्ति करनी चाहिए। बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न किसी को सताएँ। सदैव प्रसन्न रहना चाहिए। ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा माँगनी चाहिए। मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से ज़रूरतमंद को भी कुछ देना चाहिए।
सभी स्त्री और पुरुष बराबर हैं। भोजन शरीर को ज़िंदा रखने के लिए ज़रूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है, आज भी उतनी ही प्रासंगिक और हम सभी को अपने अपने जीवन में उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए ।
जो भी इसमें अच्छा लगे वो मेरे गुरू जी का प्रसाद है,
और जो भी बुरा लगे वो मेरी न्यूनता है ......
भारत की समृद्ध संत परंपरा के महान विचारक, सिख धर्म के संस्थापक व प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी की पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन 💐💐💐💐
🙏🙏
#VijetaMalikBJP