26/11

★ 26/11 ★

आज फिर याद जहन में 26/11का मंजर आया,
करने छलनी सीना सरहद पार से खंजर आया ।

बीती थी इक सुहानी रात नव प्रभात फूटा था,
मुंबई की उस सुबह को वहसी- दरिंदों ने लूटा था ।

बे-गुनाह निहत्थे लोगों पर पिशाचो ने वार किया , हेमंत,सलास्कर, आप्टे जैसे सपूतों को मार दिया ।

लहू उबल जाता है, दिल भी भर आता है ?….
इतने बड़े देश में कोई कैसे ये कर जाता है ।

कितने दिनों तक प्रेम निमन्त्रण इनको बांटे जायेंगे,
कब तक? ये हत्यारे हिंदुस्तान की बिरयानी खायेंगे?

सदा न्याय मिले सबको, कोई कब क्या कहता है,
इस दरिन्दे [कसाब} की खातिर क्या कोई सबूत रहता है ।

वक्त आ गया है इन दुष्टों की जड़ को खत्म करो,
बन भस्मासुर इनके शिविरों को बमों से भस्म करो ।

तब तक ये कुत्ते की ”पाक-पूंछ ”नही कभी सीधी होगी,
जब तक नही ”ब्रह्मोस ”की जद में पूरी पाक परिधि होगी ।

”हमारा ” नमन उन शहीदों को जो देश पर कुर्बान गए,
अब भी जागो देशवासियों यह करते वो आह्वान गए …!!

दोस्तों, आज 26/11 को मुंबई हमले की 9वीं बरसी है ...... मुंबई पर हुआ 26/11 हमला एक वह दर्द है, जिसे भारत देश कभी नहीं भूलेगा। इस हमले में 164 लोगो ने अपनी जान गंवाई थी, जबकि 300 से अधिक लोग जख्मी हो गए थे। आइये हमले में मारे गए सभी लोगों को हम अपनी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दें।

भीगी आँखों से शत-शत नमन करूँ मैं आप सबको .....
............ विजेता मलिक

Popular posts from this blog

वक्त आने पर बता देंगे तुझे ऐं आसमां

वीरांगना झलकारी बाई

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी