Posts

Showing posts from April, 2025

शहीद तात्या टोपे जी

Image
शहीद तात्या टोपे जी ~~~~~~~~~~~ पूरा नाम    – रामचंद्रराव पांडुरंगराव येवलकर जन्म        – सन 1814 जन्मस्थान – यवला (महाराष्ट्र) पिता        – पांडुरंग माता        – रुकमाबाई तात्या टोपे का जन्म सन 1814 ई. में नासिक के निकट पटौदा ज़िले में येवला नामक ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम पाण्डुरंग त्र्यम्बक भट्ट तथा माता का नाम रुक्मिणी बाई था। तात्या टोपे देशस्थ कुलकर्णी परिवार में जन्मे थे। इनके पिता पेशवा बाजीराव द्वितीय के गृह-विभाग का काम देखते थे। उनके विषय में थोड़े बहुत तथ्य उस बयान से इकट्ठे किए जा सकते हैं, जो उन्होंने अपनी गिरफ़्तारी के बाद दिया और कुछ तथ्य तात्या के सौतेले भाई रामकृष्ण टोपे के उस बयान से इकट्ठे किए जा सकते हैं, जो उन्होंने 1862 ई. में बड़ौदा के सहायक रेजीडेंस के समक्ष दिया था। तात्या का वास्तविक नाम 'रामचंद्र पांडुरंग येवलकर' था। 'तात्या' मात्र उपनाम था। तात्या शब्द का प्रयोग अधिक प्यार के लिए होता था। टोपे भी उनका उपनाम ही ...

गुरु तेग बहादुर सिंह जी

Image
गुरु तेग़ बहादुर सिंह जी ~~~~~~~~~~~~~ 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 💐💐💐💐💐💐💐 तुम भूल ना जाओ उनको, इसलिए लिखी ये कहानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी... 💐💐💐💐💐💐💐 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏  हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के लिए सिख स्कालर राजिंदर सिंह कहते हैं कि गुरु तेग बहादुर जी ने गुरु गद्दी, गुरु हरिकृष्ण साहिब से ली जो उस समय दिल्ली में हैजा जैसी बीमारी के बीच जान गंवा रहे लोगों की सेवा करते हुए ज्योति जोत समा गए। अब एक बार फिर वैसे ही हालात हैं। जो संस्थाएं श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाशोत्सव मना रही हैं उनके कंधों पर यह जिम्मेदारी है कि वह मानवता की सेवा करके गुरु के संदेश को दुनिया तक पहुंचाएं।  माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी ट्विटर पर नागरिकों को लिखा था “अपने 400 वें प्रकाश पूरब के विशेष अवसर पर, मैं श्री गुरु तेग बहादुर जी को नमन करता हूं। उनके साहस और दलितों की सेवा के उनके प्रयासों के लिए उन्हें विश्व स्तर पर सम्मानित किया जाता है। उन्होंने अत्याचार और अन्याय के सामने झुकने से इनकार कर दिया था। उनका सर्वोच्च बलिदान कई लोगों को श...

भारत रत्न डॉ बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर की जीवनी

Image
भारत रत्न डॉ बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर की जीवनी ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी भारतीय संविधान के शिल्पकार और आज़ाद भारत के पहले न्याय मंत्री थे। वे प्रमुख कार्यकर्ता और सामाज सुधारक थे। डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने दलितों के उत्थान और भारत में पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अपना पूरे जीवन का परित्याग कर दिया। वे दलितों के मसीहा के रूप में मशहूर हैं। आज समाज में दलितों का जो स्थान मिला है। उसका पूरा श्रेय डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को जाता है। ”देश प्रेम में जिसने आराम को ठुकराया था गिरे हुए इंसान को स्वाभिमान सिखाया था जिसने हमको मुश्किलों से लड़ना सिखाया था इस आसमां पर ऐसा इक दीपक बाबा साहेब कहलाया था।” डॉ. भीमराव अम्बेडकर जीवनी  ~~~~~~~~~~~~~~~~ नाम : डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर जन्म : 14 अप्रैल, 1891 (अम्बेडकर जयन्ती) जन्मस्थान : महू, इंदौर, मध्यप्रदेश पिता : रामजी मालोजी सकपाल माता : भीमाबाई मुबारदकर जीवनसाथी :  पहला विवाह– रामाबाई अम्बेडकर (1906-1935) दूसरा विवाह– सविता अम्बेडकर (1948-1956) शिक्षा : एलफिंस्टन हाई स्कूल, बॉम्बे विश्वविद्यालय, 1915 में एम. ए...

डॉक्टर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

Image
डॉक्टर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ भीमराव अंबेडकर अपने माता-पिता के चौदहवीं और आखिरी बच्चे थे। डॉ. अम्बेडकर जी का मूल नाम अम्बावाडेकर था। लेकिन उनके शिक्षक, महादेव अम्बेडकर, जो उन्हें बहुत मानते थे, उन्होंने स्कूल रिकार्ड्स में उनका नाम अम्बावाडेकर से अम्बेडकर कर दिया। बाबासाहेब मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में दो साल तक प्रिंसिपल पद पर कार्यरत रहे। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी की शादी 1906 में 9 साल की रमाबाई से कर दी गई थी, वहीं 1908 में वे एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लेने वाले पहले दलित बच्चे बने। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को 9 भाषाएं जानते थे उन्होनें 21 साल तक सभी धर्मों की पढ़ाई भी की थी। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के पास कुल 32 डिग्री थी। वो विदेश जाकर अर्थशास्त्र में PHD करने वाले पहले भारतीय भी बने। आपको बता दें कि नोबेल प्राइज जीतने वाले अमर्त्य सेन अर्थशास्त्र में इन्हें अपना पिता मानते थे। भीमराव अंबेडकर पेशे से वकील थे। वो 2 साल तक मुंबई के सरकारी लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल भी बनें। डॉ. बी. आर अम्बेडकर जी भारतीय संविधान की धारा...

1857 क्रांति के महानायक शहीद मंगल पांडे जी

Image
1857 क्रांति के महानायक शहीद मंगल पांडे जी ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ क्रांतिकारी मंगल पांडे का जन्म 19 जुलाई, 1827 को उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद ज़िले में हुआ था। इनके पिता का नाम दिवाकर पांडे तथा माता का नाम श्रीमति अभय रानी था। वे कोलकाता के पास बैरकपुर की सैनिक छावनी में "34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री" की पैदल सेना के 1446 नम्बर के सिपाही थे। भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई अर्थात 1857 के संग्राम की शुरुआत उन्हीं के विद्रोह से हुई थी। जन्म तारीख और जगह का विवाद ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ कुछ् सन्दर्भों में उनका जन्मस्थल अवध की अकबरपुर तहसील के सुरहुरपुर ग्राम (अब ज़िला अम्बेडकरनगर का एक भाग) बताया गया है। इन सन्दर्भों के अनुसार फ़ैज़ाबाद के दुगावाँ-रहीमपुर के मूल निवासी पण्डित दिवाकर पाण्डेय सुरहुरपुर स्थित अपनी ससुराल में बस गये थे। कुछ अन्य स्थानों पर उनकी जन्मतिथि भी 30 जनवरी 1831 बताई गई है। इन सन्दर्भों की सत्यता के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। कैसे हुई संग्राम की शुरुआत ~~~~~~~~~~~~~~~ 1857 के संग्राम की नीव उस समय पड़ी जब सिपाहियों को 1853 में एनफील्ड पी 53 नामक बंद...